आज दुनिया क्यों बोलती है “वाह उस्ताद”
1955 के आस-पास मुंबई के एक घर में पति-पत्नी में सलाह चल रही होती है कि उनका बेटा बड़ा होके क्या बनेगा? माँ कहती...
मनोरंजन के लिये नही है संगीत
अपने चाइना वाले मोबाइल पर भले बलिया जिला का सिंकूवा..."रतियाँ कहाँ बितवला ना" जोर से बजाए.या बीएचयू के सरदार वल्लभ भाई पटेल हॉस्टल में...
जब उस्ताद ने अमेरिका वालों से कहा…मेरी काशी मेरी गंगा ला दो..
1982 के दिन.... अमेरिका के एक बड़े शहर में आयोजित कार्यक्रम.... वहां के लोग उस्ताद से जिद्द कर देतें हैं कि "आप यहीं रह...